Wednesday 9 April 2014

भूख से दम तोड़ी

एक बच्ची ने भूख से दम तोड़ी तो दूसरे आखिरी साँस के लिए लड़ रहे



ग्राम ठाकुरपुर ग्राम पंचायत बसनी विकास खण्ड बड़ागाव जिला- वाराणसी की निवासी प्रियंका 2.8 वर्ष का11/03/2014 को लगभग 09:30 बजे सुबह भूख से मौत हो गया | जिसका आंगनबाड़ी में नाम तो पंजीकृत था मगर वह आंगनबाड़ी केंद्र गाव की परियोजना क्षेत्र से बाहर प्राथमिक विद्यालय में संचालित होता हैं जहा परियोजना क्षेत्र के किसी भी गर्भवती, धात्रि व बच्चों को सम्पूर्ण लाभ नही मिलता उसमे प्रियंका भी सामिल थी | प्रियंका दो बहनों में छोटी थी परिवार में कीसी प्रकार का कोई रासन कार्ड नही ना ही कृषि हेतु कोई जमीन हैं पूरा परिवार त्रिपाल के निचे जीवन यापन करता हैं जिसमे मृतका के माता-पिता आँख से विकलांग हैं वहागांव में स्वयं सहायता समूह चलता हैं जिसमेंलोन पर सगड़ीलेकर आस-पास के बाजार में सगड़ी चला कर किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करते थें जिस दिन कुछ कमाई हो जाता था उस दिन तो घर पर चूल्हा जलता था नही तो फाका-कसी के दौर से गुजरना पड़ता हैंसंजय रासन कार्ड बनवाने के लिए कई बार ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी से कहे मगर ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी एक नही सुने और कोई रासन कार्ड नही बनाये इसी बीच प्रियंका धीरे-धीरे गम्भीर कुपोषण का शिकार होकर बीमार हो गयी जिसका ईलाज कराने 22/02/2014 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागाव गये वहा महजुद चिकित्सक ने 25/02/2014 को मृतका के पिता प्रियंका को लेकर मंडलीय अस्पतालगये वहा जाने के बाद वहा कार्यरत चिकित्सक ने कहा कि यहा भर्ती तो कर लेगे लेकिन बचेगी नही तब वह प्रियंका को घर लेकर चले आये आस-पास से कर्ज लेकर यहा तक कि अपने घर का खर्च चलाने वाली सगड़ी को भी 6000/-रूपये में बेच कर आस-पास के डा. से ईलाज कराये मगर प्रियंका को आज बचा न सके | इसी तरह उपरोक्त निवासी सुरेन्द्र उम्र 1 वर्ष माता रुक्मिना देवी पिता भग्गन प्रजापतियह भी गम्भीर कुपोषण से जूझ रहा हैं इनके भी परिवार में ए.पी.एल. रासन कार्ड हैं जिसपर

कभी भी किसी तरह का अनाज नही मिलतासुरेन्द्रको कुपोषण से मुक्त होने के लिए किसी तरह को कोई सहायता या प्रक्रिया नही चलाया जा रहा हैं |भग्गन प्रजापति दिहाड़ी मजदूरी का कामकरते हैं जिससे पुरे परिवार का खर्चा चलता हैं जब मजदूरी का काम नही मिलता नही मिलता तो बिना खाये भूखे ही पुरे परिवार को सोना पड़ता हैं |इसी तरह उपरोक्त निवासी विपिन कुमार उम्र 1.4 वर्ष माता संगीता देवी पिता राजकुमार गम्भीर कुपोषण से जूझ रहा हैं जिसके परिवार में ए.पी.एल. रासन कार्ड हैं जिसपर किसी तरह का अनाज नही मिलता मनरेगा जांबकार्ड तो हैं पर काम नही मिलता प्रियंका के मौत के बाद जब जाँच सुरु हुआ तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ती द्वारा सबसे बड़े लापरवाही की घटना कि संदर्भन प्रपत्र पीछे के डेट 25/02/2014 में दिखा कर 12 मार्च 2014 को बिना डॉ. को दिखाए संदर्भन प्रपत्र का दोनों भाग कुपोषित बच्चा विपिन के माँ को देकर अपना जान छुड़ा ली कहि पर कोई जाँच व ईलाज का सलाह नही दी |इसी तरह चाँदनी उम्र 06 माह माता शबरुनिशा पिता इलियास ग्राम छिरियाँ ग्रामपंचायत लखमीपुर ब्लाक बड़ागांव वाराणसी की निवासी गम्भीर कुपोषण से जूझ रही हैं इस परिवार में ए.पी.एल. रासन कार्ड हैं जिसपर कोई अनाज नही मिलता जबकि ग्रामपंचायत लखमीपुर में 51 अन्त्योदय, 86 बी.पी.एल. रासन कार्ड हैं | इनके पिता शहर में जाकर बुनकरी का काम करते हैं |

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