सरकारी सेवाये से
वंचित किये जाने पर रोहित भूख व कुपोषण से संघर्ष करते हुए शहीद
मीना
देवी का पुत्र रोहित 5 माह ( वजन -1.400 kg ) का बेटा भूख व कुपोषण से दिनांक- 20
मई 2015 को समय 4 बजे शाम को दम तोड़ा रोहित के परिजनों का कहना है कि NRC ( पोषण
पुनर्वासन केन्द्र ) वाराणसी के डाक्टर हमारे बच्चे को 14 मई 2015 इमरजेंसी वार्ड
में भर्ती कर लिए होते तो हमारा बेटा बच सकता था | NRC के डाक्टर ने हमें यह बोल
कर वापस कर दिए कि यंहा पर बच्चों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है | रोहित को
भर्ती न करने के मामले पर उच्च अधिकारी से
बात करने पर पुन: NRC के डाक्टर ने रोहित को दिनांक- 16 मई को भर्ती किये | लेकिन NRC के डाक्टर व कर्मचारी ठीक से हमारे बच्चे
का देख-रेख नहीं कर रहे थे और नाही हमारे साथ ठीक से व्यवहार कर रहे थे | इस लिए
हम अपने बच्चे को लेकर वापस अपने घर आकर PHC पिंडरा व प्राइवेट हास्पिटल से इलाज
कराये जिसमे हमको 5000 हजार रुपये का कर्ज भी लेना पडा और 2 दिन के अन्दर ही हमारे
बेटे रोहित 20 मई 2015 को मृत्यु हो गया |
रोहित का जन्म 27 दिसम्बर
2014 को अप्रशिक्षित दाई द्वारा हुआ था जन्म के समय इस बच्चे का वजन मात्र 2 kg
रहा रोहित का टीकाकरण भी नहीं हुआ था गाँव की आशा, आंगनवाडी कार्यकत्री , एनम
रोहित के माँ मीना देवी से कभी सम्पर्क में नहीं रही | इस तरह रोहित को जन्म से ही
ICDS व स्वास्थ्य सेवाएँ से वंचित किया गया |
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