Saturday 14 June 2014

विद्यालय विकास में विद्यालय प्रबन्धन समिति व अध्यापको की भूमिका



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विद्यालय विकास में विद्यालय प्रबन्धन समिति व अध्यापको की भूमिका एवं जिम्मेदारीविषय पर थियेटर के माध्यम से संवाद 
तीन लघु नाटको समस्या, संभावना और बदलाव का बच्चो द्वारा मंचन, “भूमिका एवं जिम्मेदारीनामक पाकेट बुक का विमोचन एवं तीन विद्यालय प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को विशिष्ट योगदान के लिए जनमित्र सम्मान 
वाराणसी, 24 मई, 2014 पराड़कर स्मृति भवन, मैदागिन में विद्यालय विकास में विद्यालय प्रबन्ध समिति एवं अध्यापको की भूमिका विषय पर थियेटर के प्रभावशाली माध्यम से संवाद का आयोजन मानवाधिकार जननिगरानी समिति द्वारा किया गया | जिसमे वाराणसी के विभिन्न ग्रामीण विद्यालयों के 25 विद्यालय प्रबन्ध समिति एवं अध्यापक समूह से लगभग 100 लोगो की महत्वपूर्ण भागीदारी किया | इस संवाद कार्यक्रम में विद्यालय विकास में प्रबंधकीय गुणवत्ता सुधार में वाराणसी पिंडरा स्थित विद्यालय में अग्रणी भूमिका लेने हेतु प्राथमिक विद्यालय पिंडरा न0 2 की विद्यालय प्रबन्ध समिति की उपाध्यक्षा श्रीमती सुरसती देवी, पूर्व माध्यमिक विद्यालय अहिरौली हरहुआ विद्यालय प्रबन्धन समिति की अध्यक्षा श्रीमती बिंदु देवी, पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुरौना अराजीलाइन की अध्यक्षा श्रीमती उर्मिला देवी को जनमित्र सम्मान से सम्मानित किया गया
साथ ही विद्यालय प्रबन्ध समिति की भूमिका एवं जिम्मेदारियां शीर्षक से पाकेट बुक का विमोचन किया गया | यह पाकेट बुक से विद्यालय प्रबन्धन समिति की भूमिका एवं जिम्मेदारियों को बहुत ही सरल भाषा में समझा जा सकता है
जन संवाद के सशक्त माध्यम थियेटर से तीन लघु नाटको समस्या, संभावना और बदलाव का मंचन बच्चो द्वारा कर यह सन्देश देने का प्रयास किया कि स्कूल में बच्चो की नजर में पठान पाठन के दौरान क्या समस्या आती है और कैसे उन समस्याओं को विद्यालय प्रबन्धन समिति की सहभागिता से दूर किया जा सकता है

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