वाराणसी के बजरडीहा में बेचे गये मासूम बच्चों के मामले की शिकायत मानवाधिकार जननिगरानी समिति की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी द्वारा की गयी | इस मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एंव माननीय मुख्यमंत्री महोदय के कार्यालय ने अपने संज्ञान में लेते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी महोदय व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को नोटिस जारी किया |
वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बजरडीहा में मो.उनैस
ने अपनी 10 वर्षीय पुत्री तरन्नुम को
महज 500 रुपये में बेच दिया | बजरडीहा
निवासी मो.उनैस 40 वर्षीय आर्थिक तंगी बेरोजगारी से परेशान नशे की गिरफ्त में हो
गया जिसका नतीजा यह रहा कि यह अपने बच्चों को बेच कर आपनी जिन्दगी चलाना चाह रहा
है |
मो. उनैस की कुल 5 बच्चें है, तरन्नुम 10 वर्ष,
फिरदौस 8 वर्ष, शोएब 5 वर्ष तबस्सुम व तमन्ना
| अभी भी इन 5 बच्चों की जिन्दगी सुरक्षित नहीं है | इनमे
से 2 बच्चों ( फिरदौस , मो,शौएव ) को
सरवरी बेगम निवासी- बजरडीहा ( लाईचीडीहा ) अपने घर ले गयी और इन बच्चों का पालन पोषण कर रही है | मो.उनैस सरवरी बेगम
के घर पहुच कर बच्चों को बेचे जाने की धमकी देता रहता है | तीसरे बच्चे तमन्ना को मो. जमाल निवासी छाई व चौथे बच्चें तबस्सुम
निशा को हाजी कलाम निवासी रेवड़ी तालाब अपने साथ ले गए तथा इन बच्चों का पालन पोषण
करने लगे है |
बेचे गये
मासूम बच्चों के मामले की शिकायत को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जिलाधिकारी
महोदय को नोटिस जारी किया जिसका CASE No.18095/24/72/2013/UC है | माननीय
मुख्यमंत्री महोदय
के
कार्यालय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को नोटिस जारी किया जिसका कम्प्यूटर संख्या :PG05287335, प्रेषित तिथि : 12/06/2013, पत्रांक : PG05287335/लो.शि.-2/2013 है |
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